
चुनाव और उसका भ्रष्टाचार, अन्याय, धनबल की ताकत और तानाशाही और प्रशासन की अक्षमता, जीवन को नर्क बना देगी।
चुनाव और उसका भ्रष्टाचार, अन्याय, धनबल की ताकत और तानाशाही और प्रशासन की अक्षमता, जीवन को नर्क बना देगी।
उम्मीदवार दिखाते हैं कि उन्होंने तय सीमा से कम धन खर्च किया, तो फिर खर्च की सीमा बढ़ाने में तत्परता क्यों दिखाई गई?